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भविष्य और प्रेरना - Part 1 | Love Story in Hindi
तो उसने कुछ बोला नही और क्लास छोड़ कर चली गई।
फिर उसके बाद मैंने बहुत बार उसे समझाने की कोशिश की कभी मैसेज करके कभी बात कर करके कभी कॉल में बातें करके पर कभी नही सुनि मेरी।
फिर कुछ टाइम बाद वो थोड़ा ऐटिटूड शो करने लगी, और जवाब देना बंद करने लगी और इग्नोर करना स्टार्ट कर दी पर मैंने उसे मानाने की कोशिश जारी रखी। मुझे कई बार गुस्सा आ जाता था खुद पर की मैं किसको रिक्वेस्ट कर रहा हूं इतनी, उसको जो इतना सुनने के बाद भी मेरी एक सुनने को तैयार नही है उसको।
बहुत बार मैंने उसे ग़ुस्से में यह बोल देता था की ठीक है मत मानो तुम्हारी मर्ज़ी।
पर फिर दिल नही मानता था, मैं यह तक सोच चूका था की उसे अपनी लाइफ पार्टनर बनाऊँगा, पर जब ऐसा हुआ तो फिर मेरा सब सपना एक साथ खत्म होता हुआ नज़र आने लगा....।
मैने उसकी फ्रेंड आर्य से भी बोला पर उसने उतना इंटरेस्ट नही लिया ना ही वो मानी फिर एक दिन उसकी फ्रेंड केहती है मेरी अंकुर से बात हुई है उसने बोलै है की उसने प्रेरणा से बोल दिया है की बात करले मैं कुछ नही बोलूँगा पर मुझे लगा नही की उसने ऐसा कुछ किया होगा। उसने इवन ये तक कहा की अंकुर बोल रहा था की इस बार वो आएगा तो तम्हारे हाथ में उसका हाथ देकर जायेगा तो मैंने उससे कहा की अगर ऐसा उसने कर दिया तो मैं उसे भगवान मान लूंगा पर मुझे लग नही रहा था की ऐसा कुछ होगा क्युकी जो इतना अगेंस्ट था वो इतना पॉजिटिव कैसे?
इस टाइम बस विवेक (मेरा फ्रेंड) मेरे साथ था बाकी सब अपने मतलब से थे मेरे साथ… मेरे रिलेशनशिप के टूटने के बाद…
विवेक और आकांक्षा काफी अच्छे फ्रेंड बन चुके थे… तो मैंने एक दिन ऐसे ही विवेक से बताया की ऐसा ऐसा हो रहा है बता तू ही बात करले आकांक्षा या प्रेऊ से…
फिर विवेक ने कहा मैं बात करता हूं प्रेरणा से पर उसके बात करने का भी कोई मतलब नही निकला वो नही मानी।
फिर मैंने काफी टाइम बाद प्रेऊ को होली पे मैसेज किया....
मैं: हैप्पी होली☺☺
इस होली के अवसर पर पास्ट लाइफ को भूल कर एक नई शुरआत कीजिए....।
मैं तुमसे दोस्ती करना चाहता हूं..! क्या तुम करोगी....?
वो : हैप्पी होली सर....हमारा एक ही रिलेशन है वो भी टीचर और स्टूडेंट्स का बस और कुछ नहीं....!
(ये मैसेज बहुत हर्ट कर गया पर मैं नार्मल रहा)
मैं : तो स्टूडेंट वाला बरताव रखो, क्लास में तम्हारा बरताव स्टूडेंट्स वाला नही रहता...।
वो : ठीक है, मैं कोशिश करूंगी।
मैं: ठीक है...।
उसके बाद बात करने का कोई मतलब ही नही था तो मैंने कोई मैसेज नही किया इसके बाद…
पर दिल ने कुछ और ही सोच रखा था…।
फिर मैंने काफी दिनों बाद उसे मैसेज किया…
मैं: ग़ुस्सा तम पर सूट नही करता।
मुस्कान सूट करती है। और उस मुस्कान को लाने का हक़ वापस दे दो😊
ओर फिर सीन करने के काफी टाइम बाद उसने रिप्लाई दिया।
वो : एक बात बताऊ आज के बाद मैसेज मत करना मेरे लिए बस एक सर हो आप और कुछ नही सर थे हो और सर क हिसाब से ही रहना… में किसी को कोई हक़ नही दूंगी मुझपर हक़ बस मेरी फॅमिली का है और किसी का नही
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ये चीज़ मुझे बहुत हर्ट की पहले मैंने कुछ बोला नहीं सीन करके फिर उसका रिप्लाई किया।
अगर ये सब फेक था तो उस स्टेटमेंट का क्या "आप से भी कोई अच्छा मिल सकता है क्या मुझे" जब मैंने पूछा था की क्या मेरे से अच्छा कोई लड़का मिल जायेगा तो छोड़ दोगी।
और जो बोला था हमेशा साथ रहोगी।
क्या वो फेक था या ये फेक है...?
और फिर मेने एक लास्ट मैसेज लिखा…।
मैं : वो मेरा आखिरी रिक्वेस्ट था...!
अगर वो तुम्हारी गलती थी तो उन वादों का क्या जो तुमने मुझसे किया था...?
कोई बात नहीं छोड़ो...। और भूल जाओ अब
मुझे लगा था तुमने मुझसे प्यार किया था और तुम लौट आओगी।
लेकिन अगर ये ही तुम्हारी इक्छा है , तो ठीक है।
वो मेरी गलती थी कि मैंने सोचा कि तुम भी मुझसे प्यार करती हो थी और एक दिन वापस लौट आओगी....।
नहीं तो मुझे कोई इंट्रेस्ट नहीं है तुमने मैसेज करते रहने में.....
और मैंने उसे उस दिन इंस्टा और व्हात्सप्प से ब्लाक कर दिया…
ओर उस दिन से एक बात याद है की…
वक़्त वक़्त की बात है। और वक़्त सबका आता है…
और मैं इंतज़ार करुँगा उस वक़्त का भी।
ज़िन्दगी में कुछ भी करलूँगा पर अब कभी किसी से इश्क़ नही करुँगा और अब तो इतनी नफरत होने लगी है इन सब से की सोचता हू बिना शादी किए ही रहूँगा और एक बेटी अडॉप्ट करूंगा...और सारी जिन्दगी अपनी बेटी के नाम कर दूंगा...।
यहीं ख़तम होती है मेरी स्टोरी।
पर आज भी मैं जानना चाहता हूं....!
क्या था वो रीज़न जिसकी वजह से छोडा क्या वो वादे झूठे थे जो तुमने मुझसे किये थे, क्या जो हमेशा साथ रहने की बातें की थी वो भी क्या ऐसे ही बोली थी तुमने…
क्या सच में सिर्फ अट्रैक्शन था या तुम्हे भी था कभी प्यार मुझसे …।
या कुछ और ही था जो मुझे आज तक नही पता चला।
और जो भी हो इतना सब तुमने मुझे बोला है फिर भी मुझे बस एक बात आज भी जानना है कि सच में कोई रीज़न था जिसकी वजह से छोडा तुमने और इतना मानाने के बाद भी नही मानी कभी ।
~ राघव खाब
आपके इस सफर का साथी
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इस कहानी को पढ़ने के लिए अपना कीमती समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद 🙏🏻🙏🏻
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अगला भाग 7 अक्टूबर को पोस्ट किया जाएगा
ये पार्ट कल हिंदी में पोस्ट किया जाएगा
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